कल आईस एज 3 (Ice Age 3) अर्थात्‌ “आईस एज: डाएनासोरों का उदय” (Ice Age: Dawn of the Dinosaurs) देखी। इस फिल्म की प्रतीक्षा तो थी लेकिन मन में एक शंका यह भी थी कि कहीं यह दूसरे भाग, यानि कि आईस एज 2 (Ice Age 2), की भांति बेकार न साबित हो क्योंकि दूसरे भाग ने निराश किया था। अधिकतर यही देखा है कि फिल्म के सीक्वेल (sequel) प्रायः बढ़िया नहीं होते, पहली फिल्म की लोकप्रियता का अधिक लाभ उठाने के लिए जबरन बनाए गए होते हैं। लेकिन इस फिल्म ने सारी शंकाओं पर पानी फेर दिया, फिल्म मस्त और चकाचक है। काफ़ी समय बाद ऐसी फिल्म देखी जिसे देख लगा कि टिकट पर खर्च किए गए सवा दो सौ रूपए पूरी तरह वसूल हुए। :tup:

तीन सप्ताह पूर्व एन्जल्स एण्ड डीमन्स (Angels & Demons) देखी थी, फिल्म ठीक ठाक थी, कम से कम द डा विन्ची कोड (The Da Vinci Code) से तो लाख टके बेहतर थी क्योंकि इसमें कहानी को भगाया नहीं गया था खामखा, जिसने उपन्यास न भी पढ़ा हो उसको समझ आ जाए ऐसी थी। पिछले सप्ताह टर्मिनेटर सॉल्वेशन (Terminator Salvation) देखी लेकिन उससे पूरी आशा थी कि फिल्म में स्पेशल इफेक्ट्स (special effects) के अतिरिक्त कुछ खास देखने को नहीं होगा, जैसा कि हर टर्मिनेटर (Terminator) फिल्म में अब तक हुआ है, क्रिश्चियन बेल (Christian Bale) की मौजूदगी से कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि अदाकारी के लिए अधिक जगह ही न थी।

लेकिन आईस एज 3 (Ice Age 3) ने मन प्रसन्न किया, फिल्म में एनिमेशन (animation) तो बढ़िया है ही, साथ ही मज़ेदार और हास्यजनक भी है, सीरियस होकर इस फिल्म को देखा ही नहीं जा सकता!! ऐली (Ellie) का किरदार पिछले भाग में भी बढ़िया लगा था और इसमें भी बढ़िया लगा, नए किरदार के रूप में बक (Buck) भी पसंद आया, बाकी आईस एज शृंखला में अपना ऑलटाईम पसंदीदा किरदार तो प्रागैतिहासिक सेबरटुथ्ड बिल्ली (Sabre-toothed Cat) डिएगो (Diego) है! 🙂

वैसे यह फिल्म थ्री डी (3D) में देखने की सोच रहा था लेकिन यहाँ आसपास सिर्फ़ गुड़गाँव के पीवीआर एम्बियन्स प्रीमियर (PVR Ambience Premiere) में ही यह लगी थी और मार पड़े पीवीआर (PVR) वालों की वेबसाइट बनाने वाले फटीचर को कि कल वहाँ सीट बुक करवाते समय पंगा पड़ गया और सीट बुक न हुई। पंगे के बारे में एक अलग पोस्ट में ज़िक्र करूँगा।

इस फिल्म की कहानी बहुत जबरदस्त नहीं है, लेकिन इसको फिल्माया इस तरीके से गया है कि फिल्म मस्त बनी है। डॉयलाग, स्क्रीनप्ले तथा ओवरऑल एक्ज़ीक्यूशन (overall execution) मस्त है जिसके कारण फिल्म भी मस्त है। यदि आपने यह फिल्म नहीं देखी है और एक बढ़िया फिल्म देखना चाहते हैं तो इसको देख डालिए।

रेटिंग पूछी जाए तो मैं इसको 4/5 की रेटिंग दूँगा। :tup: